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知之愈明,则行之愈笃;行之愈笃,则知之益明
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| 知之愈明,则行之愈笃;行之愈笃,则知之益明。 | |
| ———— 朱熹 | |
| 知之愈明,则行之愈笃;行之愈笃,则知之益明 | |
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知之愈明,则行之愈笃;行之愈笃,则知之益明
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